Thursday, March 14, 2019

दोहा

भोर जगे नव राग मे, संध्या रचती गीत
सपना ले आए निशा, चले यही संगीत.
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डिसुर

Tuesday, August 21, 2018

आशीष

एक आसीरवाद आसो भी : आशीष

तू नी करs, वउं-छोरा थारी आस करs
खातs-पेsतs बढ़s, सुक-सांति सी तू मरs.
हाड़का न पs चामड़ो, पड़ी गयो ढीलो
आँसू को पूर ताळ कोर करी गयो गीलो
बूढ़ापो यो रोग आखरी, यमs दवा करs
खातs-पेsतs बढ़s, सुक-सांति सी तू मरs.
जिनगी सी आस जरा पूरी, जरा-जरा छूटी
यम को नइ भरोसो, कवं दे मऊंत की घूटी
आत्मा बोलs कि थारी मान सबइ राम पूरी करs.
खातs-पेsतs बढ़s, सुक-सांति सी तू मरs.
धन्य-धन्य यो जीव मनुस को धरती पs पायो
काइ केतरा तारा टूटी नs यो सूरज चळकायो
जुड़ी नs सत्करम उजाळो चम चम चम चमs झरs
खातs-पेsतs बढ़s, सुक-सांति सी तू मरs.
आत्मा को सत समझजे, ज्ञान की होड़ बठs
जीना काम सी आयो मनुस ऊं पुरो-पुरो पटs
देस-धरम की ज्योति होसे, रामरथ पs तू फिरs
खातs-पेsतs बढ़s, सुक-सांति सी तू मरs.
तू नी करs, वउं-छोरा थारी आस करs
खातs-पेsतs बढ़s, सुक-सांति सी तू मरs.

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ललित

Tuesday, February 14, 2017

रामजी पधारजो

"रामजी पधारजो"

एक कांवs घरs म्हारा रामजी पधारजो
पुरसोत्तम देव न्यारा रामजी पधारजो।

भाभी बिना जोड़ या सुनी
संगात होय तs खुसी दुगुनी
भूलजो मति सीताजी कs भी साथ मs लावजो
पुरसोत्तम देव न्यारा रामजी पधारजो। 

भरत-लछमण, भाई सत्रुघन
भाईचारा को देखो यो धन
राग मs राग मिलनs को खोब मजो पावजो
पुरसोत्तम देव न्यारा रामजी पधारजो। 

राम मानस को ध्यान करांगा
सुन्दरकाण्ड को पाठ करांगा
हनमान बाबा कs भी तम साथ मs बठाड़जो
पुरसोत्तम देव न्यारा रामजी पधारजो।

एक कांवs घरs म्हारा रामजी पधारजो
पुरसोत्तम देव न्यारा रामजी पधारजो।
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ललित कर्मा
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